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यमकेश्वर प्रखंड की ग्राम पंचायत बुंगा क्षेत्र में जंगल में लगी आग, वन बीट अधिकारी घायल

यमकेश्वर प्रखंड की ग्राम पंचायत बूंगा के जंगल में शनिवार सुबह अचानक आग लग गई। करीब छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय ग्रामीण और वन कर्मियों ने आग पर काबू पाया। इस दौरान वन बीट अधिकारी मंजीत गुसाईं आग बुझाते हुए घायल हुए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 13 Mar 2021 01:05 PM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 07:30 PM (IST)
यमकेश्वर प्रखंड की ग्राम पंचायत बुंगा क्षेत्र में जंगल में लगी आग।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: यमकेश्वर प्रखंड की ग्राम पंचायत बूंगा के जंगल में शनिवार सुबह अचानक आग लग गई। करीब छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय ग्रामीण और वन कर्मियों ने आग पर काबू पाया। इस दौरान वन बीट अधिकारी मंजीत गुसाईं आग बुझाते हुए घायल हुए हैं। यमकेश्वर प्रखंड में लाल ढांग रेंज के जंगल में शनिवार प्रात: करीब पांच बजे आग लग गई। यह आग ग्राम पंचायत बूंगा के करीब चार किलोमीटर वन क्षेत्र में फैल गई। आग को देख क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट और ग्रामीण आग बुझाने में जुटे गए। लॉकडाउन के वक्त सड़क और पुलिया बनाकर उदाहरण पेश करने वाले बूंगा और वीर काटल के ग्रामीणों ने इस बार भी साहस और हिम्मत दिखाई और आग बुझाने में जुट रहे। वहीं ग्रामीणों ने लैंसडौन वन प्रभाग के अधिकारियों को भी जंगल में आग लगने की सूचना दी।

सूचना पाकर सिविल सोयम क्षेत्र के वन बीट अधिकारी मंजीत गुसाईं टीम सहित मौके पर पहुंचे। वह भी ग्रामीणों के साथ आग बुझाने में जुट गए। इस दौरान एक पेड़ की जलती टहनी टूट कर जब नीचे आने लगी तो न बीट अधिकारी ने स्वयं को बचाने की कोशिश की। इस दौरान उनका पैर फिसल और वह ढलान में काफी दूर तक लुढ़कते चले गए। इस दौरान पत्थरों की चपेट मेें आने से वह घायल हो गए। ग्रामीणों ने मौके पर ही उन्हें प्राथमिक उपचार दिया। आग से करीब आठ गांव और वन्यजीवों को खतरा था जिसको देखते हुए वन विभाग ओर ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत करते हुए छह घंटे में आग पर काबू पा लिया। आग बुझाने में ग्राम प्रधान बूंगा अनिता देवी, समाज सेवी हरीश कुमार, सामाजिक कार्यकत्र्ता कांता भट्ट, जगदीश ङ्क्षसह, मीना देवी, लता देवी, सरला देवी, पुष्पा देवी ने अहम भूमिका निभाई। भट्ट ने बताया कि जिस त्वरित गति व जांबाजी का परिचय देते हुए वन बीट अधिकारी गौहरी रेंज पुष्प दीप चौहान, मंदीप गुसांई एवं वन दारोगा विक्रम ङ्क्षसह रावत ने दिलेरी दिखाई उसके लिए क्षेत्र पंचायत वन विभाग की इस टीम को सम्मानित करेगी। 

फोरलेन की जद में आने  वाले 16 पेड़ कटेंगे

सड़क एवं परिवहन मंत्रालय भारत सरकार ने मंडी तिराहा से चंद्रभागा पुल तक फोरलेन  को स्वीकृति प्रदान की है। इसकी जद में आने वाले 16 पेड़ों का वन विभाग की टीम ने छपान किया है। दस दिन के भीतर इन पेड़ों को काट दिया जाएगा। नेशनल हाईवे डोईवाला डिवीजन ने सड़क एवं परिवहन मंत्रालय भारत सरकार को कृषि मंडी तिराहा से हरिद्वार रोड होते हुए चंद्रभागा पुल तक फोरलेन बनाने का प्रस्ताव भेजा था। दो सप्ताह पूर्व मंत्रालय ने इस पर मंजूरी देते हुए 14.38 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। फोरलेन में कुल 19 पेड़ बाधा बन रहे हैं। अब डीएफओ देहरादून ने इस मामले में ऋषिकेश रेंज के अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

वन क्षेत्राधिकारी एमएस रावत ने बताया कि शुक्रवार को वन दारोगा रामपाल, बीट अधिकारी दीपक कैंतुरा और नेशनल हाईवे डिवीजन के अवर अभियंता सीपी सिंह के साथ इन सभी पेड़ों का मौके पर छपान किया। इस दौरान कुल 16 पेड़ ऐसे मिले जिन्हें फोरलेन के निर्माण के लिए काटना आवश्यक है। तीन पेड़ ऐसे हैं जिन्हें ज्यादा जरूरत पड़ेगी तो ही काटा जाएगा। रिपोर्ट डीएफओ कार्यालय को भेज दी गई है। अब वन निगम डिपो की टीम दस दिन के भीतर इन पेड़ों का कटान करेगी।

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